मरीजों को आर्थिक सहायता का स्त्रोत
1) महावीर मन्दिर पटना के तत्वावधान में
मुफ्त इलाज: महावीर मन्दिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल जी के पहल पर
18 वर्ष तक के कैंसर से पीड़ित बच्चों का इलाज मुफ्त किया जा रहा है।
> व्यस्कों को 10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाती है।
> बिहार के बाहर से आये हुए कैंसर मरीजों को महावीर मन्दिर से विषेष अनुदान दी जाती है।
2) बिहार सरकार
वैसे रोगी जिन्हें बिहार राज्य के निवासी प्रमाण-पत्र प्राप्त है तथा उनकी वार्षिक आय
रू॰ 2,50,000 तक हो तो “मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष” से 80 हजार से एक लाख रूपये तक मदद की जाती है। मरीजों के सुविधा के लिए आवेदन संस्थान में ही जमा की जाती है, जिसे सचिवालय में अस्पताल द्वारा ही जमा कर दिया जाता है।
3) भारत सरकार
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से भी कैंसर मरीजों को मदद देने का प्रावधान है।
4) आयुष्मान भारत (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना)
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के लिए महावीर कैंसर संस्थान का जब से चयन हुआ है, तब से हजारों मरीजों का इलाज हो चुका है।
> इस योजना के तहत लाभार्थी को प्रतिवर्ष प्रति परिवार 5 लाख रूपये तक का स्वास्थ्य लाभ मिलने का प्रावधान है।
> कैंसर मरीज अपना राशन कार्ड एवं आधार कार्ड लेकर ब्लाॅक ‘ए’ के द्वितीय तल पर कमरा नं॰ 222 में जाकर अपना गोल्डेन कार्ड निर्गत करवा सकते हैं। गोल्डेन कार्ड प्राप्त करने के पष्चात्, इलाज मुफ्त होता है।
> भारत सरकार के इस योजना के तहत मरीजों के लिए विशेष ओ.पी.डी. की व्यवस्था की गयी है। इन्डोर सुविधा भी खासकर की गयी है ताकि इस योजना के तहत विशेष सुविधा उपलब्ध किया जा सके।
5) इण्डियन कैंसर सोसाइटी (आई.सी.एस.)
कैंसर के मरीजों को आई.सी.एस. (इण्डियन कैंसर सोसाइटी) द्वारा प्राथमिक अवस्था में उपचार के लिए आर्थिक मदद की जाती है। इसकी प्रक्रिया कीमोथिरैपी विभाग में उपलब्ध है।
अस्पताल प्रबंधन: अस्पताल प्रशासन द्वारा भी अत्यंत गरीब मरीजों को अलग से छूट दी जाती है।
बंसी विद्या मेमोरियल ट्रस्ट दिल्ली: बंसी विद्या मेमोरियल ट्रस्ट दिल्ली द्वारा अस्पताल में भर्ती बच्चा मरीजों के एक अभिभावक को प्रतिदिन एक समय मुफ्त खाना खिलाया जाता है।
भावी योजनाएं
> मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष द्वारा बोन मैरो ट्रान्सप्लांट यूनिट का निर्माण हो चुका है। जिन मरीजों को बोन मैरो ट्रान्सप्लांट की जरूरत होगी उनके लिए यह यूनिट बनकर तैयार है। टाटा मेमोरियल अस्पताल मुम्बई के बोन मैरो ट्रान्सप्लांट विशेषज्ञ अपना योगदान दे चुके हैं। यह यूनिट ‘बी’ ब्लाॅक के 6ठे तल्ले पर स्थापित है। बोन मैरो ट्रान्सप्लांट यूनिट के लिए भी मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष से पांच लाख तक मदद का प्रावधान है।